170.2K
25.5K

Comments

Security Code

86908

finger point right
जय सनातन जय सनातनी 🙏 -विकाश ओझा

आपका प्रयास सराहनीय है,आप सनातन संस्कृति को उन्नति के शिखर पर ले जा रहे हो हमारे जैसे अज्ञानी भी आप के माध्यम से इन दिव्य श्लोकों का अनुसरण कर अपने जीवन को सार्थक बनाने में लगे हैं🙏🙏🙏 -User_soza7d

आपकी वेबसाइट बहुत ही अनोखी और ज्ञानवर्धक है। 🌈 -श्वेता वर्मा

आपको धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद -Ghanshyam Thakar

आपका हिंदू शास्त्रों पर ज्ञान प्रेरणादायक है, बहुत धन्यवाद 🙏 -यश दीक्षित

Read more comments

 

Shiva

 

Knowledge Bank

पराशर महर्षि का जन्म कैसे हुआ?

पराशर महर्षि के पिता थे शक्ति और उनकी माता थी अदृश्यन्ती। शक्ति वशिष्ठ के पुत्र थे। वशिष्ठ और विश्वामित्र के बीच चल रहे झगड़े में, एक बार विश्वामित्र ने कल्माषपाद नामक एक राजा को राक्षस बनाया। कल्माषपाद ने शक्ति सहित वशिष्ठ के सभी सौ पुत्रों को खा लिया। उस समय अदृश्यन्ती पहले से ही गर्भवती थी। उन्होंने पराशर महर्षि को वशिष्ठ के आश्रम में जन्म दिया।

आदित्यहृदय स्तोत्र की गलत व्याख्या की गई है

आदित्यहृदय स्तोत्र के प्रथम दो श्लोकों की प्रायः गलत व्याख्या की गई है। यह चित्रित किया जाता है कि श्रीराम जी युद्ध के मैदान पर थके हुए और चिंतित थे और उस समय अगस्त्य जी ने उन्हें आदित्य हृदय का उपदेश दिया था। अगस्त्य जी अन्य देवताओं के साथ राम रावण युध्द देखने के लिए युद्ध के मैदान में आए थे। उन्होंने क्या देखा? युद्धपरिश्रान्तं रावणं - रावण को जो पूरी तरह से थका हुआ था। समरे चिन्तया स्थितं रावणं - रावण को जो चिंतित था। उसके पास चिंतित होने का पर्याप्त कारण था क्योंकि तब तक उसकी हार निश्चित हो गई थी। यह स्पष्ट है क्योंकि इससे ठीक पहले, रावण का सारथी उसे श्रीराम जी से बचाने के लिए युद्ध के मैदान से दूर ले गया था। तब रावण ने कहा कि उसे अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए युद्ध के मैदान में वापस ले जाया जाएं।

Quiz

समक‌ालीन विद्व‌ान जिन्होंने अथर्व वेदाध्ययन के पुनरुद्धार के लिये महान प्रयास किया है ?

Recommended for you

श्रीरामजी से एक प्रार्थना

 श्रीरामजी से एक प्रार्थना

श्रीरामजी से एक प्रार्थना....

Click here to know more..

देवों ने पाण्डवों के रूप में अवतार क्यों लिया?

देवों ने पाण्डवों के रूप में अवतार क्यों लिया?

हम जानते हैं कि यमराज, वायुदेव, इंद्र्देव और अश्विनी कुमा�....

Click here to know more..

शिव आपद् विमोचन स्तोत्र

शिव आपद् विमोचन स्तोत्र

श्रीमत्कैरातवेषोद्भटरुचिरतनो भक्तरक्षात्तदीक्ष प्रो�....

Click here to know more..