मेष राशि के २६ अंश ४० कला से वृषभ राशि के १० अंश तक जो नक्षत्र व्याप्त है उसे कृतिका कहते हैं। वैदिक खगोल विज्ञान में यह तीसरा नक्षत्र है। आधुनिक खगोल विज्ञान के अनुसार कृतिका नक्षत्र का नाम है प्लीयडीज़।
Click below to listen to Veda Mantra of Krittika Nakshatra
व्यक्तित्व और विशेषताएं
कृतिका मेष एवं वृषभ राशि दोनों के लिए
- इच्छा शक्ति
- बात करना पसंद
- कला में रुचि
- आडंबर प्रिय
- माता-पिता और सहोदरों से कम सहायता
- क्रोधी
- जिद्दी
- आलोचना पसंद नहीं
- मसालेदार खाना पसंद
सिर्फ कृतिका नक्षत्र मेष राशि के लिए
- सक्रिय
- स्वस्थ
- अभिलाषी
- नेतृत्व की क्षमता
- वाद-विवाद में निपुण
- मनवाने की क्षमता
- प्रसिद्ध
- न्यायसंगत
- प्रतिस्पर्धा करने की इच्छा
- आक्रामक
- अन्य स्त्रियों के साथ संबन्ध
- बहुभोजी
सिर्फ कृतिका नक्षत्र वृषभ राशि के लिए
- मिलनसार
- अच्छा आतिथेय
- दयालु
- अच्छे दोस्त
- मौज मस्ती पसंद
- जनप्रिय
- प्रभावशाली व्यक्तित्व
- सर्वदा संतुष्ट
- सक्रिय
- कार्यकुशल
- बुद्धि शक्ति
- व्यापार में सामर्थ्य
- धन संपत्ति
- प्रतियोगी को पराजित करने वाला
- सट्टा कारोबार में रुचि
प्रतिकूल नक्षत्र
- मृगशिरा
- पुनर्वसु
- आश्लेषा
- कृतिका मेष राशि के लिए - विशाखा वृश्चिक राशि, अनुराधा, ज्येष्ठा
- कृतिका वृषभ राशि के लिए - मूल, पूर्वाषाढा, उत्तराषाढा धनु राशि
कृतिका नक्षत्र में जन्म लेने वालों को इन दिनों महत्वपूर्ण कार्य नहीं करना चाहिए और इन नक्षत्रों में जन्मे लोगों के साथ भागीदारी नहीं करना चाहिए।
स्वास्थ्य
कृतिका नक्षत्र में जन्म लेने वालों को इन स्वास्थ्य से संबन्धित समस्याओं की संभावना है-
कृतिका नक्षत्र मेष राशि
- मलेरिया
- चेचक
- बुखार
- मस्तिष्क ज्वर
- दुर्घटनाएं
- घाव
- आग और विस्फोट से चोट
- हाथीपांव
कृतिका नक्षत्र वृषभ राशि
- नेत्र शोथ
- नेत्र सूजन
- गले की बीमारियां
- नाकडा
- मुंहासा
- फोडे
- मूर्च्छा
- घुटनों में अर्बुद
व्यवसाय
कृतिका नक्षत्र में जन्म लेने वालों के लिए कुछ अनुकूल व्यवसाय-
कृतिका मेष राशि
- पुलिस
- सेना
- डाक्टर
- सरजन
- रसायन उद्योग
- हथियार उद्योग
- भूमि संबन्धित व्यापार
- विस्फोटक उद्योग
- उत्खनन
- आग से संबन्धित कारोबार
- इस्पात एवं पीतल बर्तन
- नाई
- कुम्हार
- पुरोहित
- ज्योतिष
कृतिका वृषभ राशि
- सरकारी नौकरी
- सरकारी ठेकेदारी
- विदेश से संबन्धित कारोबार
- वस्त्र व्यापार
- रत्न व्यापार
- कर्जा वसूली करना
- कला
- संगीत
- मूर्ति निर्माण
- चित्रकला
- रेशम व्यापार
- फोटो एवं वीडियोग्राफि
- सजावट
- कर अधिकारी
- इंजीनियर
- रति रोग विशेषज्ञ
- ऊन का व्यापार
क्या कृतिका नक्षत्र वाला व्यक्ति हीरा धारण कर सकता है?
- कृतिका मेष राशि - नहीं।
- कृतिका वृषभ राशि - हां।
भाग्यशाली रत्न
माणिक्य
अनुकूल रंग
लाल, भगवा
कृतिका नक्षत्र में जन्मे बच्चे का नाम
कृतिका नक्षत्र के लिए अवकहडादि पद्धति के अनुसार नाम का प्रारंभिक अक्षर हैं-
- पहला चरण - अ
- दूसरा चरण - ई
- तीसरा चरण - ऊ
- चौथा चरण - ए
नामकरण संस्कार के समय रखे जाने वाले पारंपरिक नक्षत्र-नाम के लिए इन अक्षरों का उपयोग किया जा सकता है।
शास्त्र के अनुसार नक्षत्र-नाम के अलावा एक व्यावहारिक नाम भी होना चाहिए जो रिकॉर्ड में आधिकारिक नाम रहेगा। उपरोक्त प्रणाली के अनुसार रखे जाने वाला नक्षत्र-नाम केवल परिवार के करीबी सदस्यों को ही पता होना चाहिए।
कृतिका नक्षत्र में जन्म लेने वालों के व्यावहारिक नाम इन अक्षरों से प्रारंभ न करें -
- कृतिका मेष राशि - अं, क्ष, च, छ, ज, झ, ञ, य, र, ल, व।
- कृतिका वृषभ राशि - क, ख, ग, घ, ट, ठ, ड, ढ, अ, आ, इ, ई, श।
वैवाहिक जीवन
कृतिका नक्षत्र में जन्मे लोग कलह ज्यादा करते हैं। इस के कारण उनका वैवाहिक जीवन में समस्यायें आ सकती हैं। ये लोग परिवार वालों का कम और बाहर वालों का ज्यादा ख्याल रखेंगे। अपने जीवन साथी के प्रति वफादारी का कृतिका नक्षत्र वाले विशेष ध्यान रखें
उपाय
कृतिका नक्षत्र में जन्म लेने वालों के लिए मंगल, बुध और बृहस्पति की दशाएं आमतौर पर प्रतिकूल होती हैं। वे निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं।
मंत्र
ॐ अग्नये नमः
कृतिका नक्षत्र
- स्वामी - अग्नि
- अधीश ग्रह - सूर्य
- पशु - बकरा
- वृक्ष - गूलर
- पक्षी - शिकरा
- भूत - पृथ्वी
- गण - असुर
- योनि - मेढा ( स्त्री )
- नाडी - अन्त्य
- प्रतीक - कुल्हाडी
Comments
प्रणाम गुरूजी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 -प्रभास
आपकी वेबसाइट से बहुत सी महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है। -दिशा जोशी
यह वेबसाइट अत्यंत शिक्षाप्रद है।📓 -नील कश्यप
Mujhe veddhara se acchi Sanskar milti h -User_sptdfl
आपके प्रवचन हमेशा सही दिशा दिखाते हैं। 👍 -स्नेहा राकेश
Read more comments
Knowledge Bank
मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग कौन से राज्य में स्थित है?
मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग आन्ध्र प्रदेश के कृष्णा ज़िले में कृष्णा नदी के तट पर श्रीशैल पर्वत पर स्थित है।
सियाराम जपना चाहिए कि सीताराम?
सीताराम कहने पर राम में चार मात्रा और सीता में पांच मात्रा होती है। इसके कारण राम नाम में लघुता आ जाती है। सियाराम कहने पर दोनों में तुल्य मात्रा ही होगी। यह ज्यादा उचित है।