हरिद्वार में माताजी के तीन मंदिर प्रसिद्ध हैं - चंडी देवी मंदिर, माया देवी मंदिर, मनसा देवी मंदिर।
श्रीमद्भागवत पुराण में राजा ककुद्मि और उनकी बेटी रेवती की एक कहानी है। वे ब्रह्मलोक गए थे ताकि रेवती के लिए उपयुक्त पति ढूंढ सकें। लेकिन जब वे पृथ्वी पर लौटे, तो पाया कि समय अलग तरीके से बीता है। कई युग बीत चुके थे और सभी जिन्हें वे जानते थे, वे मर चुके थे। रेवती ने फिर भगवान कृष्ण के बड़े भाई बलराम से विवाह किया। यह कहानी हमारे शास्त्रों में समय विस्तार की अवधारणा को दर्शाती है।
पुस्तकस्था तु या विद्या
जो विद्या सिर्फ पुस्तक में हो, और हमारे दिमाग मे हो और जो ख�....
Click here to know more..पुत्री की सुरक्षा के लिए मंत्र
ॐ मुञ्च पक डबगशागच्छ बालिके ठठ।....
Click here to know more..बांके बिहारी चालिसा
बांकी चितवन कटि लचक बांके चरन रसाल । स्वामी श्री हरिदास क....
Click here to know more..