संस्कृत में शकुंत का अर्थ है पक्षी। जन्म होते ही शकुंतला को उसकी मां मेनका नदी के तट पर छोडकर चली गयी। उस समय पक्षियों ने उसकी रक्षा की थी। कण्व महर्षि को शकुंतला पक्षियों के बीच में से मिली थी। इसलिए उन्होंने उसका नाम शकुंतला रखा।
कुंडेश्वर महादेव की आरादना ॐ नमः शिवाय - इस पंचाक्षर मंत्र से या ॐ कुण्डेश्वराय नमः - इस नाम मंत्र से की जा सकती है।
रक्षा के लिए नरसिंह मंत्र
नारसिंहाय विद्महे तीक्ष्णदंष्ट्राय धीमहि । तन्नो विष्ण....
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