भस्मायुधाय विद्महे एकदंष्ट्राय धीमहि तन्नो ज्वरः प्रचोदयात्
अलीगढ़ का मूल नाम कोल (कोइल) था। यह नाम बलराम ने रखा था जब उन्होंने यहां कोल नामक असुर को हराया था। कोल बाद में अलीगढ़ बन गया।
देवकार्यादपि सदा पितृकार्यं विशिष्यते । देवताभ्यो हि पूर्वं पितॄणामाप्यायनं वरम्॥ (हेमाद्रिमें वायु तथा ब्रह्मवैवर्तका वचन) - देवकार्य की अपेक्षा पितृकार्य की विशेषता मानी गयी है। अतः देवकार्य से पूर्व पितरों को तृप्त करना चाहिये।
वैदिक देवता स्तुति से बाध्य हो जाते हैं
वैदिक देवताओं की स्तुति होती है तो वे फल देने के लिए बाध्य....
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महावीरं शूरं हनूमच्चित्तेशम्। दृढप्रज्ञं धीरं भजे नित्....
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