आग्नेय अस्त्र एक शक्तिशाली विस्फोटक बाण है। यह अग्नि के समान जल बरसाकर सब कुछ नष्ट कर देता है। इसका प्रतिकार करने वाला अस्त्र पर्जन्य है। ऐसे अस्त्र मन्त्रों के माध्यम से संचालित होते हैं। प्रत्येक अस्त्र का एक विशेष देवता या देवी से संबंध होता है, और इन्हें मन्त्र-तन्त्र के माध्यम से सक्रिय किया जाता है। इन्हें दिव्य अस्त्र भी कहा जाता है।
श्रीकृष्ण और बलराम जी के चारों तरफ घंटी और घुंघरू की आवाज निकालती हुई गाय ही गाय हैं। गले में सोने की मालाएं, सींगों पर सोने का आवरण और मणि, पूंछों में नवरत्न का हार। वे सब बार बार उन दोनों के सुन्दर चेहरों को देखती हैं।
ज्ञान और आध्यात्मिक शक्ति के लिए मंत्र
ॐ ऐं क्रों नमः ।....
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Click here to know more..गुरुवायुपुरेश स्तोत्र
कल्याणरूपाय कलौ जनानां कल्याणदात्रे करुणासुधाब्धे। शङ�....
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