संत हमें नि:स्वार्थ, कामना रहित, पवित्र, अभिमान रहित, और सरल जीवन जीना सिखाते हैं। वे हमें ईश्वर में विश्वास के साथ, सत्य और धर्म का आचरण करके, सबसे प्रेम की भावना रखकर, श्रद्धा, क्षमा, मैत्री, दया, करुणा, और प्रसन्नता के साथ आगे बढने की प्रेरणा देते हैं।
लगातार 5 दिनों तक सरस्वती नदी में स्नान करने से आप पवित्र हो जाते हैं। 7 दिन में यमुना पवित्र कर देती है। गंगा तुरन्त पवित्र करती है। लेकिन नर्मदा के दर्शन मात्र से मनुष्य पवित्र हो जाता है। - मत्स्य पुराण.
ॐ ह्रीं ग्लौं सरस्वत्यै नमः क्लीम् ॐ ।....
ॐ ह्रीं ग्लौं सरस्वत्यै नमः क्लीम् ॐ ।