नमो ब्रह्मण्यदेवाय रामायाऽकुण्ठतेजसे।
उत्तमश्लोकधुर्याय हस्तदण्डार्पिताङ्घ्रये।।
धर्म के रक्षक भगवान राम को नमन।
उनके अखंडित तेज को नमन,
सबसे प्रशंसनीय को नमन,
और जिनके चरणों में संत समर्पित होते हैं।
इस मंत्र को सुनने से अनेक लाभ होते हैं। यह भगवान राम का आशीर्वाद प्राप्त कराता है, जिससे भीतरी शक्ति और आध्यात्मिक उन्नति होती है। यह मंत्र ध्यान और मानसिक स्पष्टता बढ़ाता है, जिससे श्रोता अडिग भक्ति और दृढ़ संकल्प विकसित कर पाता है। यह बाधाओं और नकारात्मकता को दूर करता है, शांति और सुरक्षा लाता है। राम के unfading तेज का संदर्भ श्रोता को सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है और चुनौतियों को पार करने में मदद करता है। इसे सुनने से दिव्य ज्ञान और मार्गदर्शन का अनुभव होता है, जिससे आत्म-अनुशासन और जीवन में शांति बढ़ती है। यह धर्म की प्रेरणा भी देता है और उद्देश्य की गहरी भावना जगाता है।
जमवाई माता कछवाहा वंश की कुलदेवी है। कछवाहा वंश राजपूतों की एक उपजाति और सूर्यवंशी है।
श्रीमद्भागवत के अनुसार, जब भगवान शिव समुद्र मंथन के दौरान निकले हालाहल विष को पी रहे थे, तो उनके हाथ से थोड़ा सा छलक गया। यह सांपों, अन्य जीवों और जहरीली वनस्पतियों में जहर बन गया।
तूफान - अच्छा करो या बुरा, जो जाता है वही वापस आता है
एक कहानी जो साबित करती है कि यदि कोई किसी को धोखा देने की क�....
Click here to know more..श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का अर्थ
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का अर्थ, जापने के फायदे और जा�....
Click here to know more..शिव भक्ति कल्पलतिका स्तोत्र
श्रीकान्तपद्मजमुखैर्हृदि चिन्तनीयं श्रीमत्क्व शङ्कर �....
Click here to know more..