हनुमान जी बालाजी के नाम से भी प्रसिद्ध हैं। इसके अलावा तिरुपति वेंकटेश्वर स्वामी भी बालाजी नाम से जाने जाते हैं।
इसे आसिपत्रान कहते हैं। इस वन में पेड़ - पौधों के पत्तों के रूप में तलवारें हैं। इन तलवारों से पापी को सताया जाता है।
ॐ जातवेदसे सुनवाम सोम मरातीयतो निदहाति वेदः । स नः पर्षदति दुर्गाणि विश्वा नावेव सिन्धुं दुरिताऽत्यग्निः ॥ तामग्निवर्णां तपसा ज्वलन्तीं वैरोचनीं कर्मफलेषु जुष्टाम् । दुर्गां देवीग्ं शरणमहं प्रपद्ये सुतरसि तरसे नम....
ॐ जातवेदसे सुनवाम सोम मरातीयतो निदहाति वेदः ।
स नः पर्षदति दुर्गाणि विश्वा नावेव सिन्धुं दुरिताऽत्यग्निः ॥
तामग्निवर्णां तपसा ज्वलन्तीं वैरोचनीं कर्मफलेषु जुष्टाम् ।
दुर्गां देवीग्ं शरणमहं प्रपद्ये सुतरसि तरसे नमः ॥
अग्ने त्वं पारया नव्यो अस्मान्थ्स्वस्तिभिरति दुर्गाणि विश्वा ।
पूश्च पृथ्वी बहुला न उर्वी भवा तोकाय तनयाय शंयोः ॥
विश्वानि नो दुर्गहा जातवेदः सिन्धुन्न नावा दुरिताऽतिपर्षि ।
अग्ने अत्रिवन्मनसा गृणानोऽस्माकं बोध्यविता तनूनाम् ॥
पृतना जितग्ं सहमानमुग्रमग्निग्ं हुवेम परमाथ्सधस्थात् ।
स नः पर्षदति दुर्गाणि विश्वा क्षामद्देवो अति दुरिताऽत्यग्निः ॥
प्रत्नोषि कमीड्यो अध्वरेषु सनाच्च होता नव्यश्च सत्सि ।
स्वाञ्चाऽग्ने तनुवं पिप्रयस्वास्मभ्यं च सौभगमायजस्व ॥
गोभिर्जुष्टमयुजो निषिक्तं तवेन्द्र विष्णोरनुसञ्चरेम ।
नाकस्य पृष्ठमभि संवसानो वैष्णवीं लोक इह मादयन्ताम् ॥
कात्यायनाय विद्महे कन्यकुमारि धीमहि ।
तन्नो दुर्गिः प्रचोदयात् ॥
स्वास्थ्य के लिए धन्वंतरि गायत्री मंत्र
स्वास्थ्य के लिए धन्वंतरि गायत्री मंत्र....
Click here to know more..धन और समृद्धि के लिए कुबेर मंत्र
ॐ घ्रीं घ्रीं घ्रीं घ्रों धनदाय नमः....
Click here to know more..मीनाक्षी स्तुति
शरशरासन- पाशलसत्करा- मरुणवर्णतनुं पररूपिणीम्। विजयदां �....
Click here to know more..