134.4K
20.2K

Comments

Security Code

04800

finger point right
आनंद की अनुभूति होती है -User_snlyh5

दीर्घायु, सुख, शांति, वैभव, संतान की दीर्घायु, रक्षा, बुद्धि, विद्या, विघ्न विमुक्ति, शत्रु विमुक्ति, श्रॉफ मुक्ति के लिए प्रार्थना करता हूं। -शिवम

इन मंत्रों से मेरा जीवन बदल गया है। 🙏 -मधुकर यादव

इस मंत्र से मन को शांति मिलती है 🌼 -Mukesh Sengupta

आपके मंत्र मुझे बहुत खुशी और शांति देते हैं। 🌿 -अदिति अग्रवाल

Read more comments

Knowledge Bank

आदि राम कौन है?

कबीरदास जी के अनुसार आदि राम - एक राम दशरथ का बेटा, एक राम घट घट में बैठा, एक राम का सकल उजियारा, एक राम जगत से न्यारा - हैं। दशरथ के पुत्र राम परमात्मा, जगत की सृष्टि और पालन कर्ता हैं।

सांपों को विष कहां से मिला ?

श्रीमद्भागवत के अनुसार, जब भगवान शिव समुद्र मंथन के दौरान निकले हालाहल विष को पी रहे थे, तो उनके हाथ से थोड़ा सा छलक गया। यह सांपों, अन्य जीवों और जहरीली वनस्पतियों में जहर बन गया।

Quiz

संख्या ८ गणेशजी से क्यों जुडी है ?

विष्णो॒र्नु कं᳚ वी॒र्या᳚णि॒ प्र वो᳚चं॒ यः पार्थि॑वानि विम॒मे रजां᳚सि । यो अस्क॑भाय॒दुत्त॑रं स॒धस्थं᳚ विचक्रमा॒णस्त्रे॒धोरु॑गा॒यः ॥ तद॑स्य प्रि॒यम॒भि पाथो॑ अश्यां॒ नरो॒ यत्र॑ देव॒यवो॒ मद॑न्ति । उ॒रु॒क्र॒मस्य॒ स �....

विष्णो॒र्नु कं᳚ वी॒र्या᳚णि॒ प्र वो᳚चं॒ यः पार्थि॑वानि विम॒मे रजां᳚सि ।
यो अस्क॑भाय॒दुत्त॑रं स॒धस्थं᳚ विचक्रमा॒णस्त्रे॒धोरु॑गा॒यः ॥
तद॑स्य प्रि॒यम॒भि पाथो॑ अश्यां॒ नरो॒ यत्र॑ देव॒यवो॒ मद॑न्ति ।
उ॒रु॒क्र॒मस्य॒ स हि बन्धु॑रि॒त्था विष्णोः᳚ प॒दे प॑र॒मे मध्व॒ उत्सः॑ ॥
प्र तद्विष्णुः॑ स्तवते वी॒र्ये᳚ण मृ॒गो न भी॒मः कु॑च॒रो गि॑रि॒ष्ठाः ।
यस्यो॒रुषु॑ त्रि॒षु वि॒क्रम॑णेष्वधिक्षि॒यन्ति॒ भुव॑नानि॒ विश्वा᳚ ॥
प॒रो मात्र॑या त॒न्वा᳚ वृधान॒ न ते᳚ महि॒त्वमन्व॑श्नुवन्ति ।
उ॒भे ते᳚ विद्म॒ रज॑सी पृथि॒व्या विष्णो᳚ देव॒ त्वं प॑र॒मस्य॑ वित्से ॥
वि च॑क्रमे पृथि॒वीमे॒ष ए॒तां क्षेत्रा᳚य॒ विष्णु॒र्मनु॑षे दश॒स्यन् ।
ध्रु॒वासो᳚ अस्य की॒रयो॒ जना᳚स उरुक्षि॒तिं सु॒जनि॑मा चकार ॥
त्रिर्दे॒वः पृ॑थि॒वीमे॒ष ए॒तां वि च॑क्रमे श॒तर्च॑सं महि॒त्वा ।
प्र विष्णु॑रस्तु त॒वस॒स्तवी᳚यान्त्वे॒षं ह्य॑स्य॒ स्थवि॑रस्य॒ नाम॑ ॥

Other languages: KannadaTeluguTamilMalayalamEnglish

Recommended for you

मंगल भवन अमंगल हारी भजन

मंगल भवन अमंगल हारी भजन

मंगल भवन अमंगल हारी द्रबहु सुदसरथ अचर बिहारी राम सिया रा....

Click here to know more..

वाद-विवाद में सफलता के लिए मंत्र

वाद-विवाद में सफलता के लिए मंत्र

ऐं ओष्ठापिधाना नकुली क्लीं दन्तैः परिवृता पविः। सौः सर्�....

Click here to know more..

कृष्ण द्वादश मञ्जरी स्तोत्र

कृष्ण द्वादश मञ्जरी स्तोत्र

पतित्वा खिद्येऽसावगतिरित उद्धृत्य कलयेः कदा मां कृष्ण �....

Click here to know more..