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हमारे परिवार को स्वास्थ्य खुशी प्रचुरता सुरक्षा और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए प्रार्थना करता हूं 🙏 -राकेश सिसौदिया

हार्दिक आभार। -प्रमोद कुमार शर्मा

आपके मंत्र बहुत ही उपयोगी हैं। 😊 -विनीत राजपूत

आपका प्रयास सराहनीय है,आप सनातन संस्कृति को उन्नति के शिखर पर ले जा रहे हो हमारे जैसे अज्ञानी भी आप के माध्यम से इन दिव्य श्लोकों का अनुसरण कर अपने जीवन को सार्थक बनाने में लगे हैं🙏🙏🙏 -User_soza7d

मंत्र सुनकर अलौकिकता का अनुभव हुआ 🌈 -मेघा माथुर

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मंत्र:

ॐ अच्युत-केशव-विष्णु-हरि-सत्य-जनार्दन-हंस-नारायणेभ्यो नमः। शिव-गणपति-कार्तिकेय-दिनेश्वर-धर्मेभ्यो नमः। दुर्गा-गङ्गा-तुलसी-राधा-लक्ष्मी-सरस्वतीभ्यो नमः। राम-स्कन्द-हनूमन्-वैनतेय-वृकोदरेभ्यो नमः। ॐ ह्रीं क्लीं पूर्वदुर्गतिनाशिन्यै महामायायै स्वाहा। ॐ नमो मृत्युञ्जयाय स्वाहा।

अर्थ:

अच्युत, केशव, विष्णु, हरि, सत्य, जनार्दन, हंस और नारायण को प्रणाम।
शिव, गणपति, कार्तिकेय, दिनेश्वर और धर्म को प्रणाम।
दुर्गा, गंगा, तुलसी, राधा, लक्ष्मी और सरस्वती को प्रणाम।
राम, स्कन्द, हनुमान, वैनतेय और वृकोदर को प्रणाम।
महामाया को प्रणाम, जो सभी पूर्व कष्टों और बाधाओं को नष्ट करती हैं, और सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए उनकी शक्तिशाली और परिवर्तनकारी ऊर्जा का आह्वान करते हैं।
शिव, मृत्युंजय भगवान को प्रणाम, उनकी सुरक्षा, उपचार, और मृत्यु के भय से मुक्ति के लिए उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उन्हें नमन करते हैं।

यह मंत्र देवी और देवताओं की शक्तिशाली ऊर्जा का आह्वान करता है, जिससे पुराने कष्टों का नाश होता है, मृत्यु से सुरक्षा मिलती है, और बुरे सपनों से बचाव होता है। यह नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षा और उनके विनाश के लिए एक प्रार्थना है।

 
 

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