155.6K
23.3K

Comments

Security Code

49373

finger point right
वेदधारा के माध्यम से मिले सकारात्मकता और विकास के लिए आभारी हूँ। -Varsha Choudhry

हार्दिक आभार। -प्रमोद कुमार शर्मा

जो लोग पूजा कर रहे हैं, वे सच में पवित्र परंपराओं के प्रति समर्पित हैं। 🌿🙏 -अखिलेश शर्मा

आपकी वेबसाइट बहुत ही मूल्यवान जानकारी देती है। -यशवंत पटेल

बहुत प्रेरणादायक 👏 -कन्हैया लाल कुमावत

Read more comments

Knowledge Bank

वैभव लक्ष्मी का ध्यान श्लोक क्या है?

आसीना सरसीरुहे स्मितमुखी हस्ताम्बुजैर्बिभ्रति दानं पद्मयुगाभये च वपुषा सौदामिनीसन्निभा । मुक्ताहारविराजमानपृथुलोत्तुङ्गस्तनोद्भासिनी पायाद्वः कमला कटाक्षविभवैरानन्दयन्ती हरिम् ॥

श्राद्ध से बढ़कर कोई कर्म नहीं

श्राद्धात् परतरं नान्यच्छ्रेयस्करमुदाहृतम् । तस्मात् सर्वप्रयत्नेन श्राद्धं कुर्याद्विचक्षणः ॥ - (हेमाद्रि ) - श्राद्ध से बढ़कर कल्याणकारी और कोई कर्म नहीं होता । अतः प्रयत्नपूर्वक श्राद्ध करते रहना चाहिये।

Quiz

नन्दगाँव से श्रीकृष्ण और बलदेव को मथुरा कौन ले आया?

Recommended for you

हनुमान जी की शक्ति का आह्वान - बल, रक्षा, और दिव्य आशीर्वाद

हनुमान जी की शक्ति का आह्वान - बल, रक्षा, और दिव्य आशीर्वाद

हनुमान जी के आशीर्वाद का आह्वान करें, जो भगवान राम के समर्....

Click here to know more..

गर्ग संहिता

गर्ग संहिता

श्रीकृष्ण और श्रीराधा की दिव्य लीलाओं का विशद वर्णन, गर्�....

Click here to know more..

वेंकटेश विभक्ति स्तोत्र

वेंकटेश विभक्ति स्तोत्र

श्रीवेङ्कटाद्रिधामा भूमा भूमाप्रियः कृपासीमा। निरवधि�....

Click here to know more..