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यह वेबसाइट अद्वितीय और शिक्षण में सहायक है। -रिया मिश्रा

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५१ शक्ति पीठों का महत्व क्या है?

शक्ति पीठ भारतीय उपमहाद्वीप के विभिन्न हिस्सों में स्थित पवित्र स्थलों की एक श्रृंखला है, जो प्राचीन काल से अपने आध्यात्मिक महत्व के लिए पूजनीय हैं। देवी सती अपने पिता दक्ष के याग में भाग लेने गयी। वहां उनके पति महादेव का अपमान हुआ। माता सती इसे सहन नहीं कर पायी और उन्होंने यागाग्नि में कूदकर अपना प्राण त्याग दिया। भगवान शिव सती के मृत शरीर को लिए तांडव करने लगे। भगवान विष्णु ने उस शरीर पर अपना सुदर्शन चक्र चलाया। उसके अंग और आभूषण ५१ स्थानों पर गिरे। ये स्थान न केवल शक्तिशाली तीर्थस्थल बन गए हैं, बल्कि दुनिया भर के भक्तों को भी आकर्षित करते हैं जो आशीर्वाद और सिद्धि चाहते हैं।

कुंडेश्वर महादेव की महिमा

इस मंदिर का शिवलिंग हर साल चावल नुमा आकार में बढता रहता है।

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वानर सेना में सेतु निर्माण के लिये जिम्मेदार कौन था ?

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