क्षेत्रपाल वे देवता हैं जो गांवों और नगरों की रक्षा करते हैं। वे शैव प्रकृति के होते हैं और मंदिरों में उनका स्थान दक्षिण-पूर्व दिशा में होता है।
महायोगी गोरखनाथ जी के अनुसार अनाहत चक्र और उसमें स्थित बाणलिंग पर प्रतिदिन ४८०० सांस लेने के समय तक (५ घंटे २० मिनट) ध्यान करने से यह जागृत हो जाता है।
पवित्र वैदिक मंत्रों के माध्यम से समृद्धि और शांति प्राप्त करें
इस अथर्ववेद के सूक्त की दिव्य ऊर्जा को अपनाएं। अपने जीवन �....
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रामचंद्र अष्टक स्तोत्र
श्रीरामचन्द्रं सततं स्मरामि राजीवनेत्रं सुरवृन्दसेव्�....
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