शुकदेव
हनुमान साठिका पढनेवाले भक्तों के संकट हनुमान जी समाप्त कर लेते हैं । वे उनकी रक्षा करते हैं । उनकी मनोकामनायें पूर्ण हो जाती हैं ।
बलराम जी की माता कौन थीं - रोहिणी या देवकी?
सामवेद का रुद्र
ॐ आवोराजा। नमध्व। रस्यरुद्राम्। हो। ता। राम्। स। त्ययजा�....
Click here to know more..श्रीराम हृदय स्तोत्र
ततो रामः स्वयं प्राह हनुमन्तमुपस्थितम् । शृणु यत् त्वं ....
Click here to know more..