शत्रुता रखने वाले लोग, बिखरे बाल वाले , संन्यासी, रोने वाले और इसी प्रकार के अन्य लोग सभी प्रयासों में दुर्भाग्य लाते हैं। इसके विपरीत, खुश और प्रसन्न ब्राह्मण, वेश्या, कुमारी, अच्छे कपड़े पहने मित्र सभी कार्यों में शुभता लाते हैं।
वैभव लक्ष्मी व्रत करने से सौभाग्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस व्रत को करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है । इससे धन, स्वास्थ्य और सुख में वृद्धि होती है। इसके अतिरिक्त, वैभव लक्ष्मी के लिए उपवास करने से शरीर और मन शुद्ध हो जाते हैं ।
सत्यवती के पिता का नाम
सत्यवती के पिता थे चेदी के राजा वसु। ये उपरिचर के नाम से भ�....
Click here to know more..खुद को आंतरिक और बाह्य रूप से शुद्ध करने का मंत्र
अपवित्रः पवित्रो वा सर्वावस्थां गतोऽपि वा । यः स्मरेत् �....
Click here to know more..भगवद गीता - अध्याय 7
अथ सप्तमोऽध्यायः । ज्ञानविज्ञानयोगः । श्रीभगवानुवाच - �....
Click here to know more..