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सत्य सनातन की जय हो💐💐💐 -L R Sharma
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हनुमान जी आज भी हमारे बीच हैं
सीता देवी ने हनुमान जी को यौवन और अमरता का वरदान दिया था। वे त्रेता युग में प्रकट हुए, फिर भी आज तक हमारे साथ हैं, हमेशा श्रीराम जी के भजनों में लीन रहते हैं।
देवकार्य की अपेक्षा पितृकार्य की विशेषता
देवकार्यादपि सदा पितृकार्यं विशिष्यते । देवताभ्यो हि पूर्वं पितॄणामाप्यायनं वरम्॥ (वायु तथा ब्रह्मवैवर्त पुराण) - देवकार्य की अपेक्षा पितृकार्य की विशेषता मानी गयी है। अतः देवकार्य से पूर्व पितरोंको तृप्त करना चाहिये।