राजा दिलीप इक्ष्वाकु वंश के प्रसिद्ध राजा थे। इनके पुत्र थे रघु।
समुद्र मंथन के समय क्षीरसागर से भगवान श्री धन्वन्तरि अमृत का कलश लेकर प्रकट हुए। भगवान श्री हरि ने उन्हें आशीर्वाद दिया कि तुम जन्मान्तर में विशेष सिद्धियों को प्राप्त करोगे। धन्वन्तरि ने श्री हरि के तेरहवें अवातार के रूप में काशीराज दीर्घतपा के पुत्र बनकर जन्म लिया। आयुर्वेद का प्रचार करके इन्होंने लोक को रोग पीडा से मुक्त कराने का मार्ग दिखाया।
आपका धार्मिक अनुष्ठान फल क्यों नहीं दे रहा है?
आप कई धार्मिक अनुष्ठान करते होंगे जैसे मंदिरों में जाना, �....
Click here to know more..किसी भी कार्य में यदि दुर्जन विघ्न डाले तो समझ लेना कि वह कार्य उत्तम और परिपूर्ण है
शुक्र कवच
ॐ अस्य श्रीशुक्रकवचस्तोत्रमन्त्रस्य। भारद्वाज ऋषिः। अ�....
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